प्रोबायोटिक दूध के फायदे
दूध तथा दुग्ध उत्पाद विभिन्न विशेषताओं से परिपूर्ण होते हैं । प्रोबायोटिक दूध में विद्धमान सूक्ष्म जीव शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। इसलिए यह साधारण दूध से अधिक विशेषताओं वाला माना जाता है। प्रोबायोटिक दूध के अच्छे परिणाम मानव शरीर के लिए पाए गए हैं।
प्रोबायोटिक वह जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं जो पर्याप्त मात्रा में विकसित होने पर मनुष्य के स्वास्थ्य को लाभ प्रदान करते हैं। इन्सान के पाचन तंत्र को सबसे ज्यादा विविधता और चयापचन क्रियाओं में सक्रिय अंग माना जाता है। मानव पाचन तंत्र में आँतों का विशिष्ट स्थान है। आंतों से ही सम्पूर्ण शरीर के लिए पोषक तत्वों को ग्रहण किया जाता है। पाचन तंत्र में विद्धमान आँतों में ही प्रोबायोटिक जीवाणुओं की उपस्थिति होती है।
प्रोटीन:-प्रोबायोटिक दूध के अंदर मौजूद प्रोटीन, जीवाणु और एन्ज़ाइमों से क्रिया करके अमीनो अम्ल और छोटे-छोटे प्रोटीन से टूट जाते हैं। इसके अलावा इसमें जीवाणु प्रोटीन भी मौजूद होता है।
प्रोबायोटिक दूध यह बच्चों, बुजुर्गों और पेट की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए एक आसानी से पचने वाला भोजन होता है। प्रोबायोटिक दूध में कुछ अमीनो अम्ल जैसे अलानिन, ल्युसीन, लाइसिन,हिस्टिडीन आदि की मात्रा साधारण दूध से अधिक होती है।
खनिज:-
क) खनिजों में मात्रात्मक बदलाव न के बराबर ही होता है, परन्तु गुणात्मक परिवर्तन काफी अधिक होता है।
ख) इससे दूध में मौजूद खनिज आसानी से उपलब्ध खनिजों में बदल जाते हैं. इन खनिजों को शरीर सुगमता से अवशोषित कर लेता है।
ग) किण्वित प्रोबायोटिक दूध भोजन को कैल्शियम और फ़ास्फ़रोस का अच्छा स्त्रोत माना जाता है, यही कारण है कि किण्वित प्रोबायोटिक दूध कि सलाह, उन व्यक्तियों को भी दी जाती है, जिनके शरीर में खनिजों की मात्रा में कमी आ जाती है।
घ) किण्वित प्रोबायोटिक दूध में कॉपर, लौह तत्व (आयरन), ज़िंक, मैंगनीज जैसे तत्वों की मात्रा साधारण दूध से अधिक होती है
विटामिन:-प्रोबायोटिक दूध में साधारण दूध से अधिक विटामिंस मौजूद होती हैं। इसीलिए प्रोबायोटिक दूध को विटामिन का एक अच्छा स्रोत माना गया है। फोलेट, बायोटिन, फोलिक अम्ल, राइबोफ्लेविन (बी2), बी6, बी1 आदि विटामिंस मौजूद होते हैं।
प्रोबायोटिक दूध के फायदे
क) प्रोबायोटिक दूध हानिकारक जीवाणुओं को शरीर में वृद्धि करने से रोकने का काम करता है।
ख) प्रोबायोटिक दूध दस्त, कब्ज, पेट की गड़बड़, जैसी कई परेशानियों को नियंत्रित करता है।
ग) कुछ प्रोबायोटिक जीव कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करते हैं तथा यह हृदय को रोग मुक्त रखने का काम करता है।
घ) प्रोबायोटिक जीवाणु शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम भी करते हैं।
ड) प्रोबायोटिक दूध शरीर में एंटीबॉडीज की संख्या बढ़ा देते हैं।
च) यह शरीर में वृद्धावस्था आने की गति को धीमा कर देते हैं।
छ) प्रोबायोटिक दूध शरीर में हड्डियों को मजबूत करने का कार्य भी करता है।
ज) प्रोबायोटिक दूध शरीर से विषैले पदार्थ, रासायनिक पदार्थ और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य भी बड़ी सुगमता से कर देते हैं।
झ) प्रोबायोटिक दूध हमारे शरीर को मजबूत बनाने और शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ रखने का कार्य करते हैं।