*फसल को नुकसान से बचाना हो तो, इन सरल तरीकों से करें बीज शोधन..*
"बीज", पौधे का वो भाग होता है जिसमें भ्रूण परिपक्व होता है। अच्छे बीज वही होते हैं जिसमें रोगों से लड़ने और अंकुरण क्षमता भी अधिक होती है।
कृषक बन्धु जानते है, कि उत्तम गुणवत्ता वाला बीज सामान्य बीज की अपेक्षा 20 से 25 प्रतिशत अधिक कृषि उपज देता है. अत:शुद्ध एवं स्वस्थ "प्रमाणित बीज" अच्छी पैदावार का आधार होता है. प्रमाणित बीजों का उपयोग करने से जहां एक ओर अच्छी पैदावार मिलती है वहीं दूसरी ओर समय एवं पैसों की बचत भी होती है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे, आसान तरीकों से बीज शोधन कैसे किया जाए ..
बीज उपचार -
1. एग्रोसन जी.एन. या विटावेक्स प्रति किलो बीज से उपचार करें.
2. बीज को फफूंदनाशक के साथ अच्छी तरह मिला ले.
3. बीज उपचारित करने के बाद उन्हें छाया में रख दें जिससे फफूंदनाशक का असर रहे.
4. अगर उपचारित बीज का उपयोग कर रहे हो, तो उन्हें उपचारित न करें.
5. जैविक उपचार के लिए 5 ग्राम ट्राइकोडरमा पाउडर को 1 किलोग्राम बीज में प्रयोग करें। फिर इसे एक घड़े में अच्छे से मिला लें और उसे ढंक दें। इसके बाद बीज सूख जाने पर प्रयोग करें। ट्राइकोडरमा, भूमि जनित फफूंद रोग जैसे जड़गलन, उखटा, झुलसा, तना, गलन एवं अन्य भूमिगत के जैविक नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, ये सभी बीजों-फसलों के लिए उपयुक्त है।
सूर्य किरणों से उपचार -
1. बीजों को ठंडे पानी में भिगोकर गर्मी के महीनों में सुबह के समय 8 से 12 बजे तक धूप में रखे और दोपहर बाद सुखाए.
2. ऐसा करने पर फफूंद नाशक के उपयोग बिना रोग नियंत्रण कर सकते है.
3. सुखाते समय सावधानी रखें जिससे बीज की अंकुरण क्षमता बनी रहे.
4. उगने के बाद रोग के लक्षण दिखने पर ऐसे पौधों को उखाड़ देना चाहिए.
बीज शोधन -
1. एजोटोबेक्टर की या एजोस्पाइरिलम से बीजों का उपचार कर सकते है.
2. गुड़ का एक लीटर का घोल बनाकर उसमें 150 ग्राम के 5 पैकेट एजोटोबेकटर्स या एजोस्पाईरिलम को अच्छी तरह मिला लें.
3. 80-100 कि.ग्रा. बीजों पर छिड़के.
4. कम मात्रा में बीजों को लें जिससे अच्छी तरह मिल सके.
5. हवा में छाया में सुखाए फिर तुरन्त बोनी कर दें.
6. निवेशक की मात्रा बीज दर के अनुसार ही लें, निवेशक बीज को सूर्य की रोशनी और ताप से बचायें.
7. सूती कपड़ा विधि- 100 बीजों को सूती कपड़े या जूट की बोरी में दूर-दूर रखें। कपड़े या बोरी को गीला कर ढक कर अंधेरी जगह पर रखें। पांच दिन बाद उगे बीजों की संख्या गिन कर प्रतिशत निकाल लें।
8. अखबार विधि - अखबार के पृष्ठ को एक आकृति में चार समान हिस्सों में मोड लें। फिर बीजों को कतार में बिछा लें। मोड़े हुए पेपर के दोनों छोरों को धागे से बांध दें। पेपर को गीला कर पॉलीथिन में रखें और उसका मुंह बांध दें। चार-पांच दिन बाद अंकुरण की स्थिति देख प्रतिशत निकाल लें।