* खरीफ फसलों की रोपाई-बुवाई में न करें जल्दबाजी, पढ़िए पूरी एडवाइजरी..*
देश के कई राज्यों में प्री-मॉनसून गतिविधियों की वजह से बारिश शुरू हो चुकी है. जहां खेती-बाड़ी करने वाले किसान खरीफ फसलों की बुवाई और रोपाई काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं. वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल पहुंच चुका है. ऐसे में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की गई है. इसमें किसानों को खरीफ फसलों की रोपाई और बुवाई के काम में जल्दबाजी न करने की सलाह दी गई है.
कब करें फसलों की रोपाई-बुवाई?
कृषि विभाग की एडवाइजरी में बताया गया है कि जब किसानों के क्षेत्र में 80-100 मिली मीटर बारिश हो, उसके बाद ही रोपाई करने का कार्य करें. बता दें कि कृषि विभाग ने यह सलाह किसानों को बीज की बर्बादी से बचाने के लिए दी है.
इन फसलों की जल्द बुवाई न करने की सलाह -
कृषि विभाग ने एडवाइजरी में सोयाबीन, कपास और मक्का आदि फसलों की बुवाई न करने की सलाह दी है. इसके साथ ही विदर्भ में चावल उत्पादकों को धान की नर्सरी तैयार रखने की सलाह दी गई है. इसके अलावा रोपाई से बचने के लिए कहा है.
क्यों न करें बुवाई?
एडवाइजरी में बताया गया है कि फिलहाल बुवाई करने पर मिट्टी में नमी आ सकती है, जिससे बीज अंकुरित होने में विफल हो सकते हैं. इसका सीधा असर लागत और उत्पादन पर पड़ सकता है, तो वहीं बीज अंकुरित न होने की दशा में फिर से बुवाई करनी पड़ सकती है. ऐसे में किसानों को खरीफ फसलों की रोपाई-बुवाई न करने के लिए कहा है. बता दें कि पिछले साल किसानों द्वारा सोयाबीन अंकुरण की विफलता की शिकायत कराई गई थी, जिसका एक कारण मिट्टी में अपर्याप्त नमी था.
आने वाले दिनों में हो सकती है बारिश -
पिछले कुछ दिनों में दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी से मध्यम बारिश हुई है. बताया जा रहा है कि केरल तट पर मानसून पहुंच गया है. इसके चलते आने वाले कुछ दिनों में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिल नाडु और आस-पास के हिस्सों में बारिश होगी.
मौसम विभाग ने मॉनसून की जानकारी देते हुए बताया है कि- ये अब केरल से आगे बढ़कर महाराष्ट्र, तमिल नाडु के राज्यों से होकर 12 जून तक उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में प्रवेश कर जाएगा। वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारत में 22 जून से लेकर 28 जून के बीच मानसून पहुंचेगा।
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