जुलाई माह का कृषि ज्ञान, क्या हैं इस माह में खास। आइए जानते हैं-
🌱धान:-
धान की मध्यम व देर से पकने वाली प्रजातियों की रोपाई माह के प्रथम पखवाड़े में पूरा कर लें।
शीघ्र पकने वाली प्रजातियों की रोपाई जुलाई के दूसरे पखवाड़े तक की जा सकती है।
सुगन्धित प्रजातियों की रोपाई माह के अन्त में करें।
यदि हरी खाद का प्रयोग करना हो तो रोपाई के तीन दिन पूव ही उसे मिट्टी पलटने वाले हल से पलटकर, सड़ने के लिए खेत में पानी भर दें।
भूमि में उर्वरक का प्रयोग मृदा परीक्षण के आधार पर करें।
धान की रोपाई से पूर्व 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से जिंक सल्फेट खेत में मिला दें, परन्तु ध्यान रहे कि फास्फोरस वाले उर्वरक के साथ जिंक सल्फेट कभी न मिलायें।
धान की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए रोपाई के 3-4 दिन के अन्दर ब्यूटाक्लोर 50 ई.सी. 3-4 लीटर 800 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें या 5 प्रतिशत ब्यूटाक्लोर ग्रेन्यूल की 30-40 किग्रा मात्रा प्रति हे0 का प्रयोग करें।
🌱ज्वार:-
ज्वार की बोआई माह के प्रथम पखवाड़े तक पूरी कर लें।
🌱बाजरा:-
बाजरा की बोआई 15 जुलाई के बाद पूरे माह की जा सकती है।
🌱मूँग/उर्द/अरहर:-
मूँग/उर्द/अरहर की फसल की बोआई के लिए उपयुक्त समय है।बोआई से पूर्व बीज को राइजोबियम कल्चर से अवश्य उपचारित करें।
🌱सोयाबीन:-
सोयाबीन की बोआई के लिए माह का प्रथम पखवाडा़ सबसे अच्छा है।
बोआई से पूर्व सोयाबीन के बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करना जरूरी है।
खरपतवार के रासायनिक नियंत्रण के लिए बोआई के तुरन्त बाद एलाक्लोर 50 ई.सी. की 4 लीटर मात्रा को 1000 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
🌱मूँगफली:-
मूँगफली की बोआई माह के प्रथम सप्ताह तक पूरी कर लें।
बोआई के 3 सप्ताह बाद निराई करके प्रति हेक्टेयर 100 किग्रा जिप्सम डालकर हल्की गुड़ाई कर दें।
🌱गन्ना:-
गन्ने की फसल में मिट्टी चढ़ाने का कार्य इस माह पूरा कर लें।
🌱सूरजमुखी:-
खरीफ में सूरजमुखी की बोआई माह के प्रथम पखवाड़े में करें।
🌱चारे की फसलें:-
हरे चारे के लिए लोबिया, ज्वार, बहुकटाई वाली चरी, मक्का, बाजरा व ग्वार की बोआई करें।
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