धान की फसल में इस प्रकार करें दीमक का नियंत्रण।
किसान भाई धान की रोपाई के पूर्व ही दीमक कीट का नियंत्रण कर लेना चाहिए अन्यथा धान की फसल को काफी क्षति पहुँचा सकते हैं जिससे उपज में कमी देखने को मिल सकती हैं। दीमक कीट के नियंत्रण के बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दी गई हैं।
रोकथाम:
गर्मी की गहरी जुताई करें।
खेत में कच्चे गोबर का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
फसलों के अवशेषों को नष्ट कर देना चाहिए।
नीम की खली 10 कुन्तल प्रति हे0 की दर से बुवाई से पूर्व खेत में मिलाने से दीमक के प्रकोप में कमी आती है।
यूवेरिया बैसियाना1.15 प्रतिशत बायोपेस्टीसाइड(जैव कीटनाशी ) की 2.5 किग्रा0 प्रति हे0 60-75 किग्रा0 गोबर की खाद में मिलाकर हल्के पानी का छींटा देकर 8-10 दिन तक छाया में रखने के उपरान्त बुवाई के पूर्व आखिरी जुताई पर भूमि में मिला देने से दीमक कीटों का नियंत्रण हो जाता है।
रसायनिक नियंत्रण:
क्लोरोपाइरीफास 20 प्रतिशत ई0सी0 2.5 ली0 प्रति हे0 की दर से सिंचाई के पानी के साथ प्रयोग करना चाहिये।