बकरी पालन के बारे मैं जानकारी 👇
कैसे करें उन्नत बकरी पालन
बकरी की नस्ल का चयन
प्रजनक बकरों का चयन
बकरियों में जनन प्रबंधन
बकरी आवास प्रबंधन
बकरी पोषण प्रबंधन
स्वास्थ्य प्रबंधन
मेमनों का प्रबंधन
बकरी पालन पौराणिक समय से ही पशुपालन का एक अभिन्न अंग रहा है। भूमिहीन कृषि श्रमिक, छोटे सीमांत किसान तथा सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों में बकरी पालन की लोकप्रियता अत्यधिक है। बहुउद्देशीय उपयोगिता एवं सरल प्रबंधन पशुपालकों में बकरी पालन की ओर बढ़ते रुझान के प्रमुख कारण हैं। भारत में बकरियों की संख्या 1351.7 लाख है, जिसमें से अधिकांश (95.5 प्रतिशत) ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। केवल अल्प भाग (4.5 प्रतिशत) ही शहरी क्षेत्रों में है। भारत में होने वाले कुल दुग्ध और मांस उत्पादन में बकरी का उत्कृष्ट योगदान है। बकरी का दूध और मांस का भारत में उत्पादित कुल दुग्ध और मांस में क्रमशः 3 प्रतिशत (46.7 लाख टन) और 13 प्रतिशत (9.4 लाख टन) हिस्सा है। ये आंकड़े स्पष्ट रूप से भारतीय समाज में बकरी पालन के व्यवसाय के महत्व को प्रमाणित करते हैं।बकरी पालन व्यवसाय से लाभ कमाने के लिए बकरियों में पोषण, स्वास्थ्य एवं पज्रनन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वज्ञैानिक तरीकों को अपनाकर बकरी पालन से अधिक लाभ कमाया जा सकता है।